मिथिलामा मधुश्रावणीको उल्लास
महोत्तरी : कोन फूल पिअर हे माता कोन फूल लाल है, कोन फूल पहिरन माँके कोन फूल शृङ्गार हे। सब सखि मिलि कय पूजू माँके दुआरी हे, सब सखी मिलि विनिमव तोहार हे। हमरो विनती माता सुनू बारम्बर हे, एकटा जे आशीष दिअ अइहबक शृङ्गार हे, युग–युग रहै पब...